bewafa Shayari in Hindi for boyfriend-बेवफ़ा शायरी 2020
bewafa shayari in hindi for love
मिल जायेगा हमें भी कोई टूट कर चाहने वाला !
अब शहर का शहर तो बेवफा नहीं हो सकता !!
अल्फाज़ तो बहुत है मोहब्बत को जताने के लिए !
जो मेरी खामुशी नहीं समझ सका वो मेरी मोहब्बत क्या समझे गा !!
तू भी बेवफा निकला औरों की तरह, सोचा था !
की हम तुझसे ज़माने की बेवफाई का गिला करेंगे !!
जुल्मो सितम सहते रहे एक बेवफा की आस मे !
डुबो दिया मुझे दरिया ने दो घूट की प्यास में !!
मैंने उस से वफ़ा की उम्मीद लगा रखी थी दोस्तों !
जिसके चर्चे आम थे बाजार में बेवफाई के दोस्तों !!
Bewafa poetry बेवफ़ा शायरी 2020
इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है !
खामोशियो की आदत हो गयी है !
न सीकवा रहा न शिकायत किसी से अगर है तो !
एक मोहब्बत जो इन तन्हाइयों से हो गई है !!
Bewafa shayari in hindi for girlfriend
बेवफायी का मौसम भी
अब यहाँ आने लगा है,
वो फिर से किसी और को
देख कर मुस्कुराने लगा है।
Raat Ki Gehrayi Aankhon Mein Utar Aayi,
Kuchh Khwaab The Aur Kuchh Meri Tanhai,
Yeh Jo Palko Se Bah Rahe Hain Halke Halke,
Kuchh Toh Majboori Thi Kuchh Teri Bewafai.
बेवफाओं की इस दुनियां में संभलकर चलना,
यहाँ मुहब्बत से भी बर्बाद कर देते हैं लोग।
Bewafa shayri in hindi
हक़ीकत जान लो जुड़ा होने से पहले,
मेरी सुन लो अपनी सुनने से पहले,
ये सोच लेना भूलने से पहले,
बहुत रोई हैं ये आँखें मुस्कुराने से पहले!!
लगे हे इल्ज़ाम दिल पे जो मुझ को रुलाते है,
किसी की बेरूख़ी और किसी और को सताते हे,
दिल तोड़ के मेरा वो बड़ी आसानी से कह गये अलविदा,
लेकिन हालात मुझे बेवफा ठहराते है!!
दिल से रोए मगर होंठो से मुस्कुरा बैठे,
यूँही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे,
वो हमे एक लम्हा ना दे पाए अपने प्यार का,
और हम उनके लिए अपनी ज़िंदगी गवां बैठे!!
सब कुछ मिला बस खुदाई के सिवा,
ज़िंदगी बहुत पसंद आई रुसवाई के सिवा,
मेरी चाहत का एहसास भी न होगा,
उसकी हर अदा पसंद आई बेवफ़ाई के सिवा!!
हम भी कभी मुस्कुराया करते थे,
उजाले मे भी शोर मचाया करते थे,
उसी दिए ने जला दिया मेरे हाथो को,
जिस दिए को हम हवा से बचाया करते थे!!
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी,
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी !
वरना हमको कहां तुम से शिकायत होगी !
ये तो बेवफ़ा लोगों की दुनिया है !
तुम अगर भूल भी जाओ जो रिवायत होगी !!
मेरे कलम से लफ्ज़ खो गए सायद
आज वो भी बेवफा हो गाए सायद
जब नींद खुली तो पलकों में पानी था
मेरे ख्वाब मुझपे रो गाए सायद
लफ्ज़ वही हैं, माईने बदल गये हैं !
किरदार वही, अफ़साने बदल गये हैं !
उलझी ज़िन्दगी को सुलझाते सुलझाते !
ज़िन्दगी जीने के बहाने बदल गये हैं !!
इल्जाम न दे मुझको तूने ही सिखाई बेवफाई है,
देकर के धोखा मुझे मुझको दी रुसवाई है,
मोहब्बत में दिया जो तूने वही अब तू पाएगी,
पछताना छोड़ दे तू भी औरों से धोखा खायेगी।
चाहा है तुम्हें अपने अरमान से भी ज्यादा,
लगती हो हसीन तुम मुस्कान से भी ज्यादा,
मेरी हर धड़कन हर साँस है तुम्हारे लिए,
क्या माँगोगे जान मेरी जान से भी ज्यादा।
वो मोहब्बत भी तेरी थी, वो शरारत भी तेरी थी….!!
अगर कुछ बेवफाई थी, तो वो बेवफाई भी तेरी थी….!!
हम छोड़ गए तेरा शहर, तो वो हिदायत भी तेरी थी…!!
अगर करते तो किस्से करते तुम्हारी शिकायत
सनम वो शहर भी तेरा था वो अदालत भी तेरी थी..!!
पहले जिंदगी छीन ली मुझसे… अब मेरी मौत का भी वो फायदा उठाती है!
मेरी कब्र पे फूल चढाने के बहाने… वो किसी और से मिलने आती है…
Pahile Zindagi Cheen Li Mujhse Ab Meri Maut Ka Bhi Wo Fayda Uthati Hai
Meri Kabra Pe Fool Chadhane Ke Bahane Wo Kisi Aur Se Milne Aati…
बिखरे हुए दिल ने भी उसके लिए फरियाद मांगी
मेरी सांसो ने भी हर पल उसकी खुशी मांगी
जाने क्या मोहब्बत थी उस बेवफा में…
कि मैंने आखिरी फरियाद में भी उसकी वफा मंगी!!
हर धड़कन में एक राज होता है
बात को बताने का भी एक अंदाज होता है
जब तक ना लगे ठोकर बेवाफाई की
तब तक हर किसी को अपने प्यार पर नाज होता है…!!
Har Dhadkan Main Ek Raz Hota Hai
Baat Ko Batane Ka Bhi Ek Andaz Hota Hai
Jab Tak Na Lage Thokar Bewafai ki
Tab tak ke har kisi ko apne pyar par naaz hota hai
हर हीरा चमकदार नहीं होता,
हर समंदर गहरा नहीं होता…
दोस्तो जरा संभल कर प्यार करना,
हर खूबसूरत चेहरा वफादार नहीं होता…
ये नजर चुराने की आदत
आज भी नही बदली उनकी,
कभी मेरे लिए जमाने से और
अब जमाने के लिए हमसे
मुझे उसके आँचल का आशियाना न मिला,
उसकी ज़ुल्फ़ों की छाँव का ठिकाना न मिला,
कह दिया उसने मुझको ही बेवफा…
मुझे छोड़ने के लिए कोई बहाना न मिला।
एक बेवफा से प्यार का अंजाम देख लो,
मैं खुद ही शर्मशार हूँ उससे गिला नहीं,
अब कह रहे हैं मेरे जनाज़े पे बैठ कर,
यूँ चुप हो जैसे हमसे कोई वास्ता नहीं।
ऐ बेवफा तेरी बेवफ़ाई में दिल बेकरार ना करूँ,
अगर तू कह दे तो तेरा इंतेज़ार ही ना करूँ,
तू बेवफा है तो कुछ इस कदर बेवफ़ाई कर,
कि तेरे बाद मैं किसी से प्यार ही ना करूँ।
बेवफा से दिल लगा लिया नादान थे हम,
गलती हमसे हुई क्योंकि इंसान थे हम,
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती है,
कुछ समय पहले उनकी जान थे हम।
जो कहते थे हमसे हैं तेरे सनम,
वो दगा दे गए देखते देखते।
देते मोहब्बत का इनाम क्या,
वो सजा दे गए देखते देखते।
सोचता हूँ कि वो कितने मासूम थे,
जो बेवफा हो गए देखते देखते।
कभी जो हम से प्यार बेशुमार करते थे,
कभी जो हम पर जान निसार करते थे,
भरी महफ़िल में हमको बेवफा कहते हैं,
जो खुद से ज़्यादा हमपर ऐतबार करते थे।
Gahrayi Pyar Mein Ho To Bewafai Nahin Hoti,
Sachche Pyar Mein Kahin Tanhayi Nahin Hoti,
Magar Pyar Zara Sambhal Kar Karna Mere Dost,
Pyar Ke Zakhm Ki Koyi Dava Nahin Hoti.
गहराई प्यार में हो तो बेवफाई नहीं होती,
सच्चे प्यार में कहीं तन्हाई नहीं होती,
मगर प्यार ज़रा संभल कर करना मेरे दोस्त,
प्यार के ज़ख्म की कोई दवा नहीं होती।
Aaj Hum Unhe Bewafa Batakar Aaye Hain,
Unke Khaton Ko Paani Mein Bahakar Aaye Hain,
Koi Nikal Kar Paadh Na Le Unhe,
Isliye Paani Mein Bhi Aag Lagaker Aaye Hain.
आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं,
उनके खतो को पानी में बहाकर आए हैं,
कोई निकाल न ले उन्हें पानी से..
इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए हैं।
इतनी मुश्किल भी ना थी
राह मेरी मोहब्बत की,
कुछ ज़माना खिलाफ हुआ
कुछ वो बेवफा हो गए।
Rehne De Yeh Kitaab Tere Kaam Ki Nahi,
Iss Mein Likhe Hue Hain Wafaaon Ke Tazkare.
रहने दे ये किताब तेरे काम की नहीं,
इस में लिखे हुए हैं वफाओं के तज़करे।
Agle Barson Ki Tarah Honge Qarine Tere
Kise Malum Nahi Barah Maheene Tere.
अगले बरसों कि तरह होंगे करीने तेरे,
किसे मालुम नहीं बारह महीने तेरे।
Tum Agar Yaad Rakhoge Toh Inayat Hogi,
Varna Humko Kahan Tum Se Shikayat Hogi,
Yeh Toh Wahi Bewafa Logon Ki Dunia Hai,
Tum Agar Bhool Bhi Jaao Toh Riwayat Hogi.
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी,
वरना हमको कहाँ तुम से शिकायत होगी,
ये तो वही बेवफ़ा लोगों की दुनिया है,
तुम अगर भूल भी जाओ जो रिवायत होगी।
Woh Suna Rahe The Apni Wafao Ke Kisse,
Hum Par Najar Padi Toh Khamosh Ho Gaye.
वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से,
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए।
Chahte Hain Woh Har Roj Naya Chahne Wala,
Aye Khuda Mujhe Roj Ik Nayi Soorat De De.
चाहते हैं वो हर रोज़ नया चाहने वाला.
ऐ खुदा मुझे रोज़ इक नई सूरत दे दे।
Uski Bewafai Pe Bhi Fida Hoti Hai Jaan Apni,
Agar Uss Mein Wafa Hoti To Kya Hota Khuda Jane.
उसकी बेवफाई पे भी फ़िदा होती है जान अपनी,
अगर उस में वफ़ा होती तो क्या होता खुदा जाने।
मेरे दिल को अब किसी से गिला नहीं ,
मन से जिसे चाहा वो मुझे मिला नहीं ,
बद नसीबी कहूँ या वक्त की बेवफाई ,
अँधेरे में एक दीपक मिला पर वो जला नही …!
काश हम भी होते गालिब की तरह शायरी के बादशाह
हम भी तुझे रूलाते तेरी बेवफाई के शेर सुना सुना कर
आंखों में जिनके बस गई दुनिया भर की रौनकें
वो शख्स बेवफाई का एक जिंदा मिसाल था
लोग डूब कर सुनते है मेरी बेतुकी बातों को आजकल,
तू ही बता तेरी बेवफ़ाई नें मुझे ये क्या बना दिया ?
जान कर भी वो मुझे जान ना पाए,
आज तक वो मुझे पहचान ना पाए,
खुद ही करली बेवफ़ाई हमने,
ताकि उन पर कोई इल्ज़ाम ना आए.
कभी – कभी मजबूरियाँ भी खामोश कर जाती है …
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